ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की वजह से भाजपा से निष्कासित प्रीतम लोधी अब भी मारने-मरने की ही बात कर रहे हैं
ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित प्रीतम लोधी ने एक बार फिर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। ग्वालियर में एससी एसटी पिछड़ा वर्ग महासभा ने भाईचारा दिखाते हुए दशहरा मिलन और शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया था। इसका ही एक वीडियो अब जाकर सामने आया है।
प्रीतम लोधी को इस वीडियो में समर्थकों से कहते हुए सुना जा सकता है कि न तो अत्याचार देखना है और न ही सहना है। इस वीडियो में उनके कई समर्थक हथियारों से लैस हैं। कई समर्थकों ने बंदूकें थाम रखी हैं और उन्हें हवा में लहरा रहे हैं। मंच से प्रीतम लोधी अपने समर्थकों को यह कहते सुने जा सकते हैं कि घबराओ नहीं, शान से बंदूक उठाओ। किसी का भी लाइसेंस सस्पेंड नहीं होने दूंगा। हालांकि, कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि जितने भी लोग प्रीतम लोधी के कहने पर हथियारों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं, सभी के लाइसेंस सस्पेंड होंगे। वीडियो के आधार पर उन्हें चिह्नित किया जा रहा है, जो शस्त्रों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्वालियर एसपी की रिपोर्ट का इंतजार है। जैसे ही रिपोर्ट आएगी, कार्रवाई होगी।
प्रीतम लोधी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के रिश्तेदार हैं। हाल ही में प्रीतम का एक बयान सुर्खियों में रहा था। ब्राह्मण समाज के खिलाफ प्रीतम ने अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद ब्राह्मण समाज सड़कों पर उतर आया था। भाजपा ने तत्काल हरकत में आई थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रीतम लोधी से माफी मंगवाई। प्रीतम लोधी ने सफाई दी। इसके बाद भी उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। इसके बाद से ही प्रीतम लोधी के समर्थन में उनका समाज और ओबीसी महासभा खुलकर मैदान में है। उसके बाद से प्रीतम लोधी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में जाकर लगातार अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं।
बागेश्वर धाम को भी बनाया था निशाना
प्रीतम लोधी लगातार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कुमार शास्त्री के खिलाफ भी गुस्सा दिखाया था। प्रीतम लोधी के खिलाफ ग्वालियर-चंबल अंचल में दर्जनों मामले दर्ज हैं। इसके बाद भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। वह लगातार खुलेआम घूम रहे हैं और जातिवादी टिप्पणी कर रहे हैं। ओबीसी वर्ग के साथ-साथ प्रीतम लोधी का समर्थन कर रहे समाज भी सरकार के विरोध में उतर रहे हैं।