ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 103वीं जयंती पर छठी राष्ट्रीय महिला मैराथन का आयोजन हुआ। मैराथन को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मैराथन का आयोजन राजमाता विजयाराजे सिंधिया सेंटर फॉर डेवलपमेंट ट्रस्ट, खेल और युवा कल्याण विभाग, ग्वालियर अमेच्योर ओलिंपिक एसोसिएशन, नगर निगम ग्वालियर और भाजपा महिला मोर्चा के सहयोग से हुआ।
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ग्वालियर में विजयाराजे सिंधिया को श्रद्धांजलि देते ज्योतिरादित्य सिंधिया।
प्रथम 20 धावकों को पुरस्कार
मैराथन सुबह थीम रोड से प्रारंभ हुई और एमएलबी ग्राउंड पर समाप्त हुई। मैराथन में जूनियर और सीनियर वर्ग ग्रुप बनाए गए थे। महिला मैराथन में प्रथम 20 धावकों को दोनों ग्रुप में नगद एक-एक लाख रुपये की इनाम राशि दी गई। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने पुरस्कार वितरण किया। इस मौके पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर सहित प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी भी उपस्थित रहे। विज्ञापन
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विजयाराजे सिंधिया की छतरी पर आयोजित कार्यक्रम में बुआ और भतीजा। अन्य मंत्री भी दिख रहे हैं।
राजमाता के पदचिह्नों पर चलने की जरूरत
इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण दिवस है। मेरी पूज्य आजी अम्मा की 103वीं जयंती है। उन्होंने अपना जीवन ग्वालियर और मध्यप्रदेश के लिए ही नहीं बल्कि देश के विकास के लिए समर्पित किया। उनके पदचिह्नों पर चलने का एक संकल्प हम सब परिजनों का है। उन्होंने जो एक रास्ता दिखाया, महिलाओं, समाज और देशसेवा के लिए जो संकल्प लिया, उसे हम दोबारा आज लेते हैं। मैराथन का आयोजन किया गया, जिसके जरिए अनोखा संदेश पहुंचाने की कोशिश है कि कैसे महिलाओं को राष्ट्र की प्रगति में अगर हम जोड़ेंगे तब ही देश का उत्थान और विकास संभव हो पाएगा। तभी भारत एक नक्षत्र के रूप में विश्व पटल पर उभर पाएगा।
प्रदेश की खेल मंत्री और ज्योतिरादित्य की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि हर साल हमारी संस्था राजमाता साहब की याद में राष्ट्रीय महिला मैराथन का आयोजन करती है। आज हम राजमाता जी को याद कर रहे हैं। उनके व्यक्तित्व जो अलग-अलग खूबियां थी, उनकी शालीनता, उनकी सादगी, देशप्रेम की भावना को हम मैराथन में दिखाते हैं। इस बार यूपी, हरियाणा समेत कई राज्यों के खिलाड़ी आए हैं। अब यह मैराथन राष्ट्रीय हो चुकी है।