समाजवादी पार्टी के संरक्षक रहे मुलायम सिंह यादव का सोमवार को मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. मुलायम के निधन के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ी जगह खाली हो गई है. तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे चुके मुलायम सिंह यादव पहली बार साल 1977 में यूपी में जनता पार्टी की सरकार में मंत्री बने.
इसके साथ ही वह लोकदल, लोकदल (ब) और जनता दल की यूपी इकाई के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे.वहीं साल 1982 में मुलायम सिंह यादव विधान परिषद के सदस्य बने. इसके बाद वह साल 1987 तक वह विधान परिषद ने नेता विपक्ष बने रहे. साल 1989 में वह पहली बार मुख्यमंत्री और 1991 तक इस पद पर आसीन रहे. 22 नवंबर 1939 में इटावा जिले के सैफई में जन्मे मुलायम सिंह यादव राजनीति शास्त्र में एमए तक की पढ़ाई कर चुके थे.
आइए हम आपको मुलायम सिंह यादव के सियासी सफर से रुबरू कराते हैं.
समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के संरक्षक है.
3 बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे.
देश के रक्षा मंत्री रह चुके है.
यूपी विधानसभा के 8 बार विधायक चुने गए.
7 बार लोकसभा के सांसद चुने गए.
1 बार विधान परिषद के सदस्य चुने गए.
1967 में पहली बार विधायक चुने गए.
1977 में पहली बार जनता पार्टी की सरकार में यूपी में मंत्री बने.
लोकदल, लोकदल (ब) और जनता दल, यूपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे.
1982 में विधान परिषद के सदस्य बने.
1982 से 1985 तक विधान परिषद में नेता विपक्ष रहे.
1985 से 1987 तक यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष रहे
1989 में पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने, 1991 तक सीएम रहे.
4 अक्टूबर 1992 को अपनी नई पार्टी समाजवादी पार्टी बनाई.
समाजवादी पार्टी संस्थापक अध्यक्ष बने.
1993 से 1995 तक दूसरी बार यूपी के सीएम बने.
1996 में पहली बार सांसद चुने गए.
1996 से 1998 तक देश के रक्षा मंत्री रहे.
अगस्त 2003 से मई 2007 तक तीसरी बार यूपी के सीएम रहे.
14 मई 2007 से 15 मई 2009 तक विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे.
2004, 2009, 2014 और 2019 में मुलायम सिंह यादव लोकसभा के लिए भी चुने गए.