कन्याकुमारी से शुरू हुई और जम्मू-कश्मीर में खत्म होने वाली यात्रा की अगुवाई राहुल गांधी कर रहे हैं। कांग्रेस के कई नेता यात्रा के दौरान 3,500 किलोमीटर पैदल चलेंगे। इस यात्रा पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो’ का प्रतीक बन गए हैं और यात्रा के बाद वे नए अवतार में नजर आएंगे।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि इस देश में अगर कोई त्याग करता है, तो उसे हमेशा आशीर्वाद मिलता है। सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद का ‘त्याग’ किया। यहां राहुल गांधी यात्रा में चल रहे हैं, गर्मी में पसीना बहा रहे हैं, बारिश में खड़े हैं, हर तरह की फर्जी खबर और मानहानि के खिलाफ लड़ रहे हैं। वह भारत जोड़ो के प्रतीक बन गए हैं। यह पूछे जाने पर कि यात्रा ने किस तरह से राहुल की मदद की है, इस पर सिंह ने कहा कि अब आप उन्हें नए अवतार में देखेंगे। वे राहुल को लंबे समय से जानते हैं और एक बार जब कुछ करने का फैसला कर लेते हैं तो उसे हासिल करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता। राहुल के आगे के राजनीतिक सफर पर उन्होंने कहा कि जिस दिन वह फैसला कर लेंगे, उन्हें कोई नहीं रोक पाएगा। सिंह ने कहा कि सच कहूं तो, मैंने उन्हें हमेशा एक अत्यधिक जिज्ञासु व्यक्ति और बहुत ही प्रतिबद्ध व वैचारिक रूप से कटिबद्ध व्यक्ति के रूप में देखा है। जब तक वे अपने उत्तर नहीं दे देते तब तक आपको जाने नहीं देंगे। और, वह एक समझदार नेता हैं। साथ ही बहुत आध्यात्मिक भी हैं।
यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि मीडिया अब हमें दिखा रहा है
इस यात्रा का फायदा नजर आ रहा है। गांवों में इस सबसे पुरानी पार्टी के बारे में चर्चा की जा रही है। लोग इस बात से बहुत प्रभावित हैं कि राहुल गांधी पूरी पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा पार्टी को मजबूत बनाने में मदद करेगी। हर राज्य और जिले के लिए समन्वयक नियुक्त किए हैं और पार्टी के प्रमुख निकाय व प्रकोष्ठ भी ऐसा कर रहे हैं, जिससे जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। दिग्गी बोले कि पार्टी नेताओं को घर-घर जाकर लोगों से बात करने का काम सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि मीडिया अब हमें दिखा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता अपने घर से बाहर निकलकर गलियों और सड़कों पर आ गए हैं।
भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस के दिग्गज नेता सिंह ने पार्टी की कमजोरियों और उन्हें दूर करने के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। सिंह ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस में विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता और नेतृत्व का अभाव है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की एक बड़ी कमजोरी यह है कि यह कमरों में बैठकर काम करती है। अफसोस जताते हुए कहा कि पार्टी में विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता और नेतृत्व का अभाव है। सिंह ने कहा कि पार्टी असमंजस में दिखाई दे रही है। आज के जमाने में कांग्रेस के नेताओं का जमीन से जुड़ाव नहीं रहा है। हमने इस यात्रा के जरिए ऐसा करने की कोशिश की है। हम इसी पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हुए थे, लेकिन बाद में इससे बाहर होकर पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे के प्रस्तावक बन गए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन के मामले में भाजपा की तुलना में बहुत पीछे है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर आधारित पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक जन आंदोलन का हिस्सा रही है और पिछले आंदोलनों से नए नेता निकले हैं। जाहिर है, पार्टी में नया नेतृत्व उभरेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं, उन्होंने अपना घर छोड़ दिया है और अपनी प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को चुनाव होंगे और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।