अशोक गहलोत यूं ही जादूगर नहीं कहे जाते राजस्थान में देखते ही देखते सियासी बाजी पलट गई शुरुआत सोनिया गांधी को सौंपी गई पर्यवेक्षकों की 9 पन्नों की रिपोर्ट से हुई इसमें गहलोत को क्लीन चिट दे दी गई जबकि तीन वफादार शांति धारीवाल प्रताप सिंह खाचरियावास मुख्य सचेतक महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है इन्हें नोटिस भी दिया गया है क्लीन चिट के साथ जी गहलोत के सीएम पत्र बने रहने का रास्ता साफ हो गया है हालांकि अब तक माना जा रहा है कि सियासी संकट से आलाकमान नाराज है और गहलोत अध्यक्ष की रेस से बाहर हो गए हैं लेकिन मंगलवार को उनकी फिर एंट्री होती है नजर आई इसके दो कारण बने उनका सोनिया गांधी से फोन पर बात करना और क्लीन चिट मिलना सोनिया से चर्चा में गहलोत ने कहा कि उन्होंने हाईकमान को कभी चुनौती देने की कोशिश नहीं की है गहलोत सम…