जिला अस्पताल के डॉक्टर स्टाफ के सामूहिक इस्तीफे में गुरुवार को दो बच्चों सहित चार मरीजों की जान ले ली जिला अस्पताल में सामूहिक त्यागपत्र देकर 24 घंटे पहले डॉक्टरों ने प्रशासन को चेताया था लेकिन जिला प्रशासन ने डॉक्टरों की इस सामूहिक हड़ताल को गंभीरता से नहीं लिया दोपहर 2:00 बजे के बाद जिला अस्पताल सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से डॉक्टर सहित संपूर्ण स्टाफ नदारद हो गया जिला अस्पताल की स्थिति बेहद भयावह हो गई हालांिक की रात 8:00 बजे डॉक्टरों ने वापस ड्यूटी जॉइन कर ली 3 दिन पहले मरीज के परिजन से विवाद के बाद सीएमएचओ सिविल सर्जन सहित 5 डॉक्टरों पर पुलिस ने एससी एसटी एक्ट में केस दर्ज किया था इसी के विरोध में हड़ताल की गई थी