आयुष्मान भारत योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है दरअसल इंदौर में एक ही आईडी से करीब 1300 आयुष्मान कार्ड बन गए इसकी जानकारी लगते ही अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करवा दी लेकिन मुसीबत यह है कि इन फर्जी कार्ड के भरोसे लोगों ने ऑपरेशन करवा लिए अब अस्पतालों की क्लेम अटक गए हैं इस फर्जीवाड़े के चलते पात्र हितग्राहियों को भी परेशानी आ रही है मिली जानकारी के मुताबिक सबसे पहले संचनालय ने पत्र भेजा कि 4 कार्ड फर्जी बने हैं इन कार्ड के जरिए लोगों ने ₹104000 का इलाज भी करवा लिया सरकार को हुई वित्तीय हानि को देखते हुए कार्ड बनाने वाले के खिलाफ एफआईआर के लिए कहा गया बकायदा राजेंद्र नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी गई हालांकि संचनालय ने जांच करवाई तो पता लगा कि इसी आईडी से 1298 फर्जी कार्ड बनाए गए हैं अरविंदो मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी राजेश सिंह इस मामले में कहते हैं कि हम पात्रता देखने के बाद ही इलाज करते हैं भोपाल से सहमति भी ली जाती है लेकिन चार-पांच दिन बाद पता लगता है कि मरीज योजना का पात्र हितग्राही नहीं है मरीज इलाज का पैसा देने के लिए तैयार नहीं होता