भले ही 22 अगस्त को आई बाढ़ के बाद भोपाल में स्थितियां समान हो गई हो लेकिन 100000 लोगों को रोजगार देने वाले मंडीदीप इंडस्ट्रियल एरिया में 25% छोटे और मझोले उद्योग 5 दिन बाद भी उत्पादन शुरू करने की स्थिति में नहीं पहुंच पाए हैं 22 अगस्त को कलियासोत और बेतवा नदी पर बने दाहोद डैम के गेट एक साथ खोल देने के बाद यहां के उद्योगों के भीतर 4 से 5 फीट पानी घुस गया था इस कारण 24 घंटे चलने वाली मशीनें बंद करनी पड़ी बाढ़ के पानी और कीचड़ के कारण कई मशीनें अब जरूरी मेंटेनेंस मांग रहे हैं कई अत्याधुनिक आयातित उत्पादन मशीनों के मेंटेनेंस के लिए विदेशों से इंजीनियर बुलाने पड़े हैं