राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मोहन भागवत के विचार और अफगानिस्तान की तालिबान का फरमान को लेकर लोगो का विचार जाना है इस प्रश्न ने राजनीति को गर्मा दिया है । चूंकि दिग्विजय सिंह की दिग्गी शैली हमेशा से विरोधियो को चोटिया लेने वाली रही है उसी की यह एक और मिसाल है जो उन्होंने लोगो के सामने ट्वीट कर रखी है । इस पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद मंंत्रियो ने पलटवार किया है । अब देखना यह है कि इस मुद्देे की राजनैतिक विचारात्मक सियासत कितनी गर्माती है ?
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधे जाने के बाद मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से अब दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया गया है ।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि दिग्विजय सिंह को आरएसएस से एलर्जी है. वह हमेशा संघ के बारे में बोलते हैं, लेकिन वो कभी तालिबान से रोहिंग्या या आतंकवादियों की तुलना नहीं करेंगे. उन्होंने पुराने बयान को इसलिए उछाला ताकि मीडिया उनको कवर कर सके, वरना उन्हें कौन पूछ रहा है.
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर आरएसएस प्रमुख पर निशाना साधा था. दिग्विजय सिंह ने कहा था कि तालिबान महिलाओं को मंत्री बनने लायक नहीं समझता है और मोहन भागवत भी महिलाओं को सिर्फ गृहस्थी का काम करने लायक समझते हैं.
दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा था कि तालिबान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच में समानता है. दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत के साल 2013 के एक बयान को ट्वीट कर उनपर सवाल खड़े किए थे ।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार किया है. उन्होंने दिग्विजय सिंह के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, ये वही लोग हैं जो आतंकियों के मरने पर मातम मनाते हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने भी दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह विरोध करने की इतनी जल्दबाजी में रहते हैं कि वे भूल जाते हैं कि वे भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म, हमारे वे संगठन जो राष्ट्र के लिए दिल जान से मदद करते हैं, उन सभी की मर्यादाओं का वे लगातार उल्लंघन करते हैं.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि दिग्विजय सिंह विरोध करने की इतनी जल्दबाजी में रहते हैं कि वे भूल जाते हैं कि वे भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म, हमारे वे संगठन जो राष्ट्र के लिए दिल जान से मदद करते हैं, उन सभी की मर्यादाओं का वे लगातार उल्लंघन करते हैं ।