महिलाएं चला रही है स्व सहायता समूह

जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह ने बताया कि 3625 ग्रुप है इसमें करीब 42000 महिलाएं काम कर रही हैं हर कोई एक प्रोडक्ट बना रही है एक महिला की सालाना आय कम से कम रू50000 हो रही है इस हिसाब से इन सभी को खोल दो करोड़ 1000000 रुपए सालाना मेहनतआना मिल रहा है महिलाओं को हर स्तर पर स्पेशल ट्रेनिंग दिलाई जा रही है उनको नए-नए काम सिखा रहे हैं एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है सरकारी विभागों के अलावा नगर निगम सीमा में लोकल मार्केट में इन महिलाओं के बनाए गए प्रोडक्ट बेचने के इंतजाम कराए गए हैं

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