बीटेक छात्र निशांक राठौर की मौत और उसके पिता को हाय मैसेज की जांच कर रही एसआईटी 4 दिन बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है तकनीकी जांच परिवार के सदस्यों और दोस्तों के बयानों के बाद भी पुलिस को अब तक इस मामले में मर्डर जैसे कोई तक से हाथ नहीं लगे हैं निशांक के दोस्तों से किए गए सवालों में इतना जरुर पता चला है कि निशांत ने 12 दोस्तों से कर्ज लिया था हालांकि यह रकम छोटी-छोटी ही है उसके फोन में लोन एप्लीकेशन इस्तेमाल किए जाने के भी प्रमाण मिले हैं एसआईटी मामले के इन्वेस्टिगेशन का काम रायसेन जिले के सतलापुर थाने से संचालित कर रही है