तालिबान और नार्दन ऐलायंंस के बीच हो रही समझौतावार्ता फेल हो चुकी है । तालिबान नेता अमिर खान मुत्ताकी ने एक ऑडियो संदेश में कहा है कि पंजशीर के मुद्दे पर बातचीत फेल हो गई है। पंजशीर के लोगों को भेजे संदेश में आमिर खान मुत्ताकी ने कहा है कि पंजशीर के लोग पंजशीर के नेताओं को समझाएं।
अफगानिस्तान के पंजशीर से बड़ी खबर आ रही है कि पंजशीर में आजादी के लिए लड़ रहे लड़ाकों ने 350 से अधिक तालिबान आतंकियों को मार गिराया है वही 40 से अधिक को तालिबानी आतकियो को बंधक बना लिया है। पंजशीर लगातार तालिबान का विरोध कर रहा है और तालिबान की तरफ से पंजशीर पर कब्जा करने की कोशिश लगातार जारी है । पिछले कई दिनों से पंजशीर में लड़ाई चल रही है। ताजा मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खवाक और गुलबहार के अलावा जबुलसराज जिलों में भी तालिबान को कड़ी टक्कर मिल रही है।
टोलो न्यूज प्रस्तोता मुस्लिम शिरजाद ने एक ट्वीट में कहा कि पंजशीर में तालिबान विरोधी प्रतिरोध बलों ने कथित तौर पर तालिबान लड़ाकों को मारा क्योंकि उन्होंने गुलबहार के माध्यम से घाटी में प्रवेश करने की कोशिश की थी। तालिबान ने कंटेनर के जरिए मुख्य सड़क को जाम कर दिया है।
पंजशीर घाटी को छोड़कर तालिबान का नियंत्रण पूरे अफगानिस्तान पर हो गया है। इस घाटी में उसे भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यहां नार्दन अलायंस उसे कड़ी टक्कर दे रहा है। आने वाले दिनों में पंजशीर घाटी को लेकर संघर्ष और तेज हो सकता है। सोमवार को अफगानिस्तान से अमेरिका के निकलते ही तालिबान ने पंजशीर घाटी पर हमला बोला। शुरुआती मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि यहां पर हुए संघर्ष में तालिबान के आठ लड़ाकों की मौत हुई।
राजधानी काबुल से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित पंजशीर घाटी में ही अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह और कई नेता शरण लिए हुए हैं। पंजशीर को ‘पंजशेर’ भी कहा जाता है जिसका मतलब है ‘पांच शेरों की घाटी’। यह इलाका नॉर्दन अलायंस के पूर्व कमांडर अहमद शाह मसूद का गढ़ है। पंजशीर घाटी के रास्ते काफी घुमावदार हैं। इसकी घाटियां बचाव के रूप में काम करती हैं।
पंजशीर के अभेध गढ को आज तक काेई नहीं भेद पाया
70-80 के दशक में सोवियत रूस ने पंजशीर पर कब्जा करने की कोशिश की लेकिन वह भी असफल रहा। वही 20 वर्षो से अफगानिस्तान में शांति बहाल किये हुई अमरीकी सेना भी इस पर काबूू नही पा सकी, अमेरीका को अफगानिस्तान को आतंक मुक्त करने में लगभग 60 करोड डॉलर खर्च जहां किये है वही अरबों के हवाई जहाज, टैंक, एके-47 राफइल, 2000 गाडी, 3.50 लाख बंदूके, सहित कई हथियार और डिवाइसेज वहा छोडना पडे है तथा पिछले 20 वर्षो में सैकडो सैनिको को खोना पडा है इसलिए अमेरीकी राष्ट्रपति जो बाईडेन ने अमेरीका के हित में वहा से हटना ही उचित समझा है ।
पंजशीर में पंजशीर के शेरो के बच्चो के भी हौसले बुलंद, बच्चा-बच्चा काम का आजादी के नाम का