भारत में बनने वाली हर तरह की बीड़ी और सिगरेट कितने खतरनाक रसायन वाली है यह कोई नहीं जानता इसे जांचने की व्यवस्था नहीं है यह हालत तब है जब दुनिया के कई देश सिगरेट से निकोटिन हटाकर मौतें रोकने वाली रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं उदाहरण के लिए जैसे अमेरिका जोकि डब्ल्यूएचओ के फ्रेमवर्क कनेक्शन ऑनटोबैको कंट्रोल एफ सीटीसी का सदस्य भी नहीं है सिगरेट में निकोटिन की मात्रा तय करने की नीति बना रहा है दूसरी ओर भारत एफसीटीसी का सदस्य है फिर भी अभी तक इस दिशा में नहीं बढ़ा है