राजधानी में भूजल लगातार प्रदूषित हो रहा है शहर के भीतर लगभग 125 कालोनियों और करीब 40 इंडस्ट्री बिना ट्रीटमेंट किए सीवेज नाली के जरिए नदी तालाब और खेतों में छोड़ रही है इस कारण भोपाल में पीने का पानी बी कैटेगरी का हो गया है यह पानी पी तो सकते हैं लेकिन बिना फिल्टर की है पीने से हैजा जैसी बीमारी फैलने का डर है यह खुलासा पीसीबी पोलूशन कंट्रोल बोर्ड की एक रिपोर्ट में हुआ है