सुल्तानिया अस्पताल में एक नवजात को इंजेक्शन लगाने के बाद तबीयत बिगड़ने और इलाज के दौरान मौत होने का मामला सामने आया है परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर आरोप लगाया है कि मना करने के बाद भी स्टाफ ने नवजात को बुखार के दौरान इंजेक्शन लगाया था इसके बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ी थी परिजन आनन-फानन में कमला नेहरू अस्पताल भी ले गए लेकिन वहां बच्चे की मौत हो गई दरअसल बाग फरहत अफजा निवासी 21 वर्षीय आयशा अली को डिलीवरी के लिए 10 जून को सुल्तानिया में भर्ती किया था 13 मई सुबह 11:00 बजे सिजेरियन डिलीवरी हुई और आयशा ने बेटे को जन्म दिया बच्चा 3 किलो का था और स्वस्थ था 14 जून की सुबह डॉक्टर राउंड पर आई तो उन्होंने बच्चे को हल्का बुखार बताया था थोड़ी ही देर बाद आपने लगाने की बात कही ऐसा ने कहा कि बच्चे को बुखार है तो अभी ठीक नहीं लगा फिर भी स्टाफ 3 इंजेक्शन लगा कर चली गई डॉक्टर के पास पहुंचा डेढ़ घंटे के बाद तो कमला नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया जहां उसकी मौत हो गई