मध्य प्रदेश के मंडला जिले के ग्राम खटिया, कान्हा नेशनल पार्क के समीप स्थित गांव लशरे टोला में एक गंभीर और दुखद घटना घटी, जिसमें हिरन परते नामक आदिवासी बैगा को हॉक फोर्स द्वारा कथित नक्सली बताकर एनकाउंटर कर दिया गया। इस घटना ने पूरे आदिवासी समाज में आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी ने इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार और प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है।घटना की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल घटना स्थल पर पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की विस्तृत जानकारी ली और उनके दुःख में सहभागी बने। पार्टी ने इस घटना को पूरी तरह से निंदनीय बताते हुए इसे आदिवासी समाज पर हो रहे अन्याय और दमन की एक और कड़ी करार दिया।

मांगें और न्याय की गुहार
- दो करोड़ रुपये का मुआवजा: हिरन परते के परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में दो करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाए ताकि उनका जीवन सुचारू रूप से चल सके।
- परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी: पीड़ित परिवार को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए सरकार द्वारा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए।
- एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हो: इस घटना को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (SC/ST Act) के तहत दर्ज किया जाए और दोषियों को कड़ी सजा मिले।
- सीबीआई जांच की मांग: इस एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा दी जा सके।
- आदिवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए: पूरे देश में आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
यह घटना अकेली नहीं है, बल्कि पूरे देश में आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। कहीं आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है, तो कहीं उन्हें नक्सली बताकर फर्जी एनकाउंटर किया जा रहा है। यह घटनाएं आदिवासी समाज के मन में भय और आक्रोश उत्पन्न कर रही हैं। राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी ने साफ कहा है कि अगर इस घटना में पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला, तो पार्टी प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेगी और आदिवासी समुदाय की आवाज को बुलंद करेगी।गोंडवाना पार्टी ने साफ शब्दों में कहा है कि यदि प्रशासन इस मामले में उचित न्याय नहीं देता और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तो पार्टी बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। साथ ही, सरकार से यह अपील भी की गई है कि आदिवासियों के खिलाफ हो रहे दमन को तुरंत रोका जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
पार्टी के प्रमुख नेता और उनकी भूमिका
इस पूरे घटनाक्रम में राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार श्याम, महासचिव पप्पू कमरे, संगठन मंत्री हीरामन जी, उत्तर प्रदेश की संगठन मंत्री रीता मरकाम, मंडला जिला अध्यक्ष प्रीतम परते और अन्य नेताओं ने इस मामले को उठाया और सरकार से न्याय की मांग की।