
प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा निर्णय लेते हुए तुअर (अरहर) उपार्जन की घोषणा की है। इस महत्वपूर्ण फैसले के तहत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 43 जिलों के तुअर उत्पादक किसानों को राहत देते हुए उनके बैंक खातों में 9 अरब रुपये डालने का ऐलान किया है। यह निर्णय उन किसानों के लिए आर्थिक संबल प्रदान करेगा जो तुअर की खेती करते हैं और बाजार में उचित मूल्य न मिलने के कारण आर्थिक संकट का सामना करते हैं।
प्रदेश सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के तहत तुअर की खरीद करने का निर्णय लिया है। किसानों को ₹7550 प्रति क्विंटल की दर से तुअर का मूल्य मिलेगा। यह पहल किसानों को फसल के उचित दाम दिलाने और उनके आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तुअर की खेती करने वाले किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान किया जाएगा, जिससे उन्हें किसी प्रकार की वित्तीय कठिनाई का सामना न करना पड़े।
किसानों को होगा करोड़ों का लाभ
इस योजना के अंतर्गत किसानों को करोड़ों रुपये का सीधा लाभ मिलने वाला है। सरकार द्वारा घोषित ₹9 अरब की राशि सीधे किसानों के खातों में जाएगी, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त होगा। इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि वे भविष्य में भी खेती में निवेश कर सकेंगे।
कृषि क्षेत्र में नई उम्मीद
सरकार का यह कदम प्रदेश के कृषि क्षेत्र में एक नई ऊर्जा लेकर आएगा। अक्सर किसानों को उनकी फसलों के लिए उचित मूल्य नहीं मिल पाता, जिससे वे कर्ज में डूब जाते हैं और कई बार उन्हें आर्थिक संकट झेलना पड़ता है। लेकिन सरकार की इस पहल से किसानों को उनकी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। इससे प्रदेश के अन्य किसान भी प्रोत्साहित होंगे और तुअर की खेती को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार किसानों की हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं पर कार्य कर रही है। तुअर उपार्जन योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे प्रदेश के किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।