मुख्यमंत्री डॉ. यादव विज्ञान मंथन यात्रा के छात्र-छात्राओं से करेंगे संवाद,

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् की 17 वीं “विज्ञान मंथन यात्रा” के लिए चयनित प्रतिभाशाली भावी वैज्ञानिकों से सोमवार को संवाद करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री निवास में शाम 7 बजे किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यात्रा पर जाने वाले भावी वैज्ञानिको को सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव विज्ञान मंथन यात्रा का फ्लैग ऑफ भी करेंगे। इस अवसर पर वैज्ञानिक संस्थानों के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों उपस्थिति रहेंगे।17वीं विज्ञान मंथन यात्रा 21 से 27 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी। योजना में चयनित प्रतिभागियों को देश की प्रतिष्ठित प्रयोशालाओं और समर्पित वैज्ञानिकों से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। यात्रा उपरांत परिषद् द्वारा आयोजित स्कॉलरशिप परीक्षा में भाग लेने का अवसर मिलेगा। परीक्षा में सफल होने वाले प्रत्येक कक्षा के 20 चयनित विद्यार्थियों को 5 वर्षों तक 12 हजार रुपए प्रति वर्ष की स्कॉलरशिप प्रदान की जायेगी। यात्रा के लिए इस वर्ष कक्षा 10वीं से 12वीं विज्ञान विषय में अध्यनरत पूरे प्रदेश के कुल 375 छात्र-छत्राओ का चयन किया गया है। चयन प्रक्रिया में प्रदेश को 5 विभिन्न जोन (ईस्ट, वेस्ट, नार्थ, साउथ व सेंट्रल) में बांटकर प्रत्येक जोन से 75 प्रतिभागियों का चयन किया गया है।

मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं में प्रदेश की भावी वैज्ञानिकों को तलाशने और उनमें विज्ञान शिक्षा के प्रति रुझान पैदा करने के लिए विगत 16 वर्षो से मिशन एक्सीलेंस का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश से चयनित विद्यार्थियों के दल को किताबी ज्ञान से अलग व्यावहारिक विज्ञान की दुनिया से रूबरू कराया जायेगा। आज हम सभी की उन्नत जीवन शैली विज्ञान के नित नए आविष्कारो पर ही आधारित है। इन आविष्कारों के पीछे नित नये शोध कार्य और इस शोधो को अंजाम देने वाले हमारे कर्मठ वैज्ञानिकों, समर्पित प्रयोगशालाओं आदि के साक्षात् दर्शन से जो वातावरण पैदा होता है, वह विद्यार्थियों के मन में देशप्रेम के साथ-साथ समर्पित वैज्ञानिक के रूप में अपना कॅरियर बनाने की प्रतिबद्धता प्रदान करता है।विज्ञान मंथन यात्रा का मुख्य उद्देश्य उन प्रतिभावान विद्यार्थियों को, जिनमें विज्ञान के प्रति अभिरुचि है, उनकी पहचान करना एवं उनके द्वारा चयनित क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करना है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से चलाये जाने वाले इस कार्यक्रम के माध्यम से चयनित विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर उनकी वैज्ञानिक प्रतिभा को चिन्हित कर अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से आगे बढाया जाने का कार्य किया जा रहा है।

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