मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने शनिवार को राज्य सरकार द्वारा उनके हालिया आंदोलन के जवाब में किए गए किसी भी वादे को पूरा करने में विफल रहने के विरोध में 15 फरवरी से जालना जिले के अंतरवाली सारथी में क्रमिक भूख हड़ताल की घोषणा की थी लेकिन भूख हड़ताल शुरु होने पर से पहले जरांगे के साले विलास खेडकर के खिलाफ तड़ीपार की कार्रवाई सामने आई है।

इन आरोपियों के खिलाफ जालना के अंबड़, घनसावंगी और गोंदी पुलिस थानों की सीमा में मामले दर्ज हैं।
ये सभी नौ लोग 2019 से विभिन्न मामलों में आरोपों का सामना कर रहे हैं। इसमें करीब छह लोग शामिल हैं जो मनोज जरांगे के आरक्षण आंदोलन में सक्रिय थे। इन नौ लोगों को परभणी, जालना, बीड और छत्रपति संभाजीनगर जिलों से निर्वासित किया गया है