अखिलेश यादव और दिनेश शर्मा के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को गर्मा दिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये “दुर्गंध वाले लोग हैं, इसलिए गौशाला बना रहे हैं।” उनके इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि “आप गौशाला में दुर्गंध और सुगंध क्यों तलाश रहे हो? वहां सनातन की आस्था को देखें। गौशाला में गौमाता होती हैं, और मां पर टिप्पणी नहीं की जाती।”इस बयानबाजी से साफ जाहिर होता है कि उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। बीजेपी इसे हिंदू आस्था से जोड़कर देख रही है, जबकि समाजवादी पार्टी अपने अंदाज में सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही है।

बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए सपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार के कार्यकाल में केवल इत्र पार्क ही नहीं, बल्कि इत्र घोटाला भी हुआ था। इसके विपरीत, गौशाला निर्माण को लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की जानी चाहिए।दिनेश शर्मा ने अपनी सरकार के दौरान लखनऊ में बनाए गए कान्हा उपवन प्रोजेक्ट का जिक्र किया और बताया कि जब उस समय के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इसे देखा था, तो उन्होंने फोन कर बधाई दी थी। उन्होंने माना था कि गौशाला बनाना एक सराहनीय कार्य है।पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने आगे कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश के हर जिले में गौशालाएं बनवाई हैं, जिससे गौवंश की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव की सरकार में गायें और गौवंश सड़कों पर घूमते थे और उन्हें अवैध रूप से काटा जाता था, जिससे मांस का व्यापार फल-फूल रहा था। लेकिन, योगी सरकार ने इस पर सख्ती से रोक लगाई और गौवंश संरक्षण को प्राथमिकता दी।