इंडसइंड बैंक हाल ही में एक वित्तीय संकट से गुजर रहा है, जिससे निवेशकों और जमाकर्ताओं के बीच चिंता बढ़ गई है। इस संकट के बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बयान जारी कर यह स्पष्ट किया है कि बैंक वित्तीय रूप से स्थिर है और इसके पास पर्याप्त पूंजी है।RBI के अनुसार, 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही की ऑडिट समीक्षा में पाया गया कि बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 16.46% और प्रावधान कवरेज अनुपात 70.20% है। साथ ही, 9 मार्च 2025 तक बैंक का लिक्विडिटी कवरेज अनुपात 113% दर्ज किया गया, जो नियामकीय आवश्यकता 100% से अधिक है। इन आंकड़ों के आधार पर, केंद्रीय बैंक ने जमाकर्ताओं को आश्वस्त किया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।

हालांकि, इंडसइंड बैंक के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। मंगलवार को बैंक के शेयर 27.06% टूटकर ₹656.80 पर बंद हुए। इस गिरावट की मुख्य वजह बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में आई गड़बड़ी बताई जा रही है, जिससे निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ा और उन्होंने बड़े पैमाने पर शेयर बेचने शुरू कर दिए। इसके परिणामस्वरूप, बैंक के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में 2.35% की गिरावट दर्ज की गई।RBI के हस्तक्षेप के बावजूद, बाजार में बैंक की स्थिरता को लेकर संदेह बना हुआ है, और आगे के घटनाक्रम बैंकिंग क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।