सचिन तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड आज भी क्रिकेट जगत में बेमिसाल माना जाता है। 16 मार्च 2012 को बनाए गए इस ऐतिहासिक शतक के साथ उन्होंने क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करवा लिया। यह उपलब्धि सिर्फ उनके असाधारण कौशल, मेहनत और समर्पण का परिणाम थी।सचिन का क्रिकेट करियर 24 साल लंबा रहा, जिसमें उन्होंने कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए। 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के अलावा, वह टेस्ट और वनडे दोनों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं। उनके योगदान के कारण उन्हें “क्रिकेट के भगवान” के नाम से भी जाना जाता है।भले ही अब सचिन संन्यास ले चुके हैं, लेकिन उनका यह रिकॉर्ड आज भी अटूट बना हुआ है। क्या आपको लगता है कि भविष्य में कोई और बल्लेबाज इस उपलब्धि को छू सकेगा?